Manish Kashyap
तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का फर्जी वीडियो प्रसारित करने की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बुधवार को यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) के सहयोगी नागेश कश्यप को गिरफ्तार किया है। नागेश की गिरफ्तारी पटना से की गई है।
ईओयू के अनुसार, नागेश मनीष कश्यप के साथ लंबे समय से जुड़ा है। फर्जी वीडियो प्रसारित करने में उसकी भूमिका भी सामने आई है। इसके अलावा मनीष के जेल जाने के बाद से वह लगातार सक्रिय था और इंटरनेट मीडिया पर उसके समर्थन में पोस्ट कर रहा था।
अब, ईओयू की टीम नागेश से भी पूछताछ कर पूरे मामले की जानकारी जुटाएगी। दूसरी तरफ, बुधवार को मनीष कश्यप की 24 घंटे की रिमांड शुरू हो गई। ईओयू की टीम सुबह से देर रात तक मनीष कश्यप से पूछत: ईओयू सूत्रों के अनुसार, मनीष पूछताछ के दौरान माफी मांगने में ही समय बर्बाद कर दे रहा है। डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जब उससे पूछताछ की जा रही है, तो वह कई चीजें स्वीकार नहीं कर रहा: इस दौरान ईओयू ने यह भी पूछा कि वह वारंट निकलने के दौरान क्यों भागा और इस दौरान कहां रहा। इस पर मनीष ने बताया कि वह गुरुग्राम और दिल्ली गया था। उसे लगा था कि कुछ दिनों में मामला शांत हो जाएगा मगर कुर्की की कार्रवाई होता देख वह थाने में सरेंडर कर दिया।
रिमांड बढ़ाने के लिए फिर से अर्जी :-
मनीष कश्यप की एक दिन की रिमांड बुधवार को ही पूरी हो गई मगर ईओयू के सवाल अभी खत्म नहीं हुए हैं। ऐसे में ईओयू ने कोर्ट से मनीष की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए अर्जी लगाई गई है। ईओयू कम से कम मनीष की तीन से पांच दिन की रिमांड चाह रही है